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आईवीएफ success कैसे होता है (How to make IVF successful?)

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  • 13 Nov, 2023
  • IVF and Infertility
  • infertility
  • Medically Reviewed By: Dr. Nishi Singh
  • Author: Prime IVF Centre

आईवीएफ यानी इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन बांझपन से पीड़ित लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपचार विकल्पों में से एक है और वे अन्य सभी तरीकों को आजमा चुके हैं। इस उपचार में पुरुष के शुक्राणु और महिला के अंडों को शरीर के बाहर नियंत्रित वातावरण में फ्यूज करवाया जाता की अनुमति दी जाती है।

यदि आपने गर्भधारण करने के लिए आईवीएफ प्रक्रिया का चयन करने का निर्णय लिया है, तो आपको खुद को आईवीएफ के लिए तैयार करने की आवश्यकता है। आईवीएफ से जुड़ी एक सबसे महत्वपूर्ण बात जो आपको जानना आवश्यक है आईवीएफ उपचार का सफलता दर बहुत कारणों पर निर्भर करता है लेकिन आमतौर पर आईवीएफ प्रक्रिया की औसत सफलता दर 35-40% है। हालांकि कुछ ऐसी चीजें जिनसे आईवीएफ प्रक्रिया की सफलता दर को बढ़ाया जा सकता है। इस उपचार में पुरुष के शुक्राणु और महिला के अंडों को शरीर के बाहर नियंत्रित वातावरण में फ्यूज (fuse) करवाया जाता है।

Table Of Content

कुछ सामान्य कारक जो आईवीएफ की सफलता दर को प्रभावित कर सकते हैं (Some common factors that can affect the success rate of IVF)

जैसा की हमने पहले भी बताया है की आईवीएफ प्रक्रिया की सफलता भिन्न कारणों पर निर्भर करता है और उन में से कुछ को हमने नीचे सूचीबद्ध किया हैं:-

  • उम्र (Age)

महिला की उम्र आईवीएफ प्रक्रिया की सफलता (IVF success rate) को प्रभावित करने वाला सबसे बड़ा कारक है। 60-65% की सफलता दर के साथ, आईवीएफ 24 से 35 वर्ष की उम्र के बीच की भारतीय महिलाओं के लिए सबसे सफल है। यह अपेक्षित है, क्योंकि यह वह आयु सीमा है जब महिलाएं प्रजनन क्षमता के चरम पर होती हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, सफलता दर कम हो जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जैसे-जैसे महिला की उम्र बढ़ती है उसके अंडों की गुणवत्ता और/या मात्रा कम हो जाती है।

  • प्रजनन समस्याओं के प्रकार (Types of Fertility Problems)

आईवीएफ उन अधिकांश जोड़ों के लिए अद्भुत काम करता है जो प्रजनन संबंधी सामान्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, महिलाओं में एंडोमेट्रियोसिस, अवरुद्ध फैलोपियन ट्यूब, पीसीओएस और पुरुषों में कम शुक्राणु संख्या, गतिशीलता और आकृति विज्ञान जैसी समस्याओं से आम तौर पर आईवीएफ से आसानी से निपटा जा सकता है। कुछ अन्य समस्याएं जैसे फाइब्रॉएड, गर्भाशय संबंधी असामान्यताएं और डिम्बग्रंथि रोग(ovarian dysfunction)  को सरल आईवीएफ द्वारा दूर करना अधिक कठिन होता है और इसके लिए अन्य सर्जरी या दाता कार्यक्रमों की आवश्यकता होती है। पुरुष कारक बांझपन के लिए, आईसीएसआई सबसे अच्छा विकल्प है।

  • पिछली गर्भावस्था (previous pregnancy)

एक महिला के आईवीएफ/आईसीएसआई (IVF/ICSI) के माध्यम से गर्भधारण करने की अधिक संभावना होती है यदि वह पहले गर्भवती हो चुकी है। वही दूसरी ओर, जिस महिला को बार-बार गर्भपात होता है, उसके लिए  आईवीएफ उपचार की मदद से गर्भधारण करने की संभावना भी कम हो जाती है। ऐसे मामलों में, आपका डॉक्टर आईवीएफ उपचार के साथ पीजीटी-ए, पीजीटी-एम, पीजीटी-एसआर और ईआरए जैसी उन्नत एआरटी तकनीकें मदद कर सकती हैं।

  • लाइफस्टाइल (Lifestyle)

अगर दोनों पार्टनर में से कोई भी एक अत्यधिक धूम्रपान करता है तो के जोड़े के लिए गर्भधारण की संभावना बहुत कम हो जाती है। जो जोड़े गर्भधारण करने की कोशिश कर रहे हैं या पहले से ही गर्भवती हैं, उन्हें धूम्रपान बंद करने और अपनी आदतें बदलने की सलाह दी जाती है।

  • वजन (Weight)

जीवनशैली के साथ साथ वजन भी आईवीएफ की सफलता दर को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारक है। अधिक वजन वाली महिलाओं की तुलना में  कम वजन वाली महिलाओं में आईवीएफ का सफलता दर ज़्यादा होता है।

आईवीएफ सफलता दर में सुधार के लिए 5 प्रभावी युक्तियाँ (5 Effective Tips to Improve IVF Success Rate)

नीचे 5 सबसे प्रभावी तरीके सूचीबद्ध किये गए हैं जिनके की मदद से आप पहले चक्र में ही आईवीएफ के माध्यम से गर्भधारण की संभावनाओं को अधिकतम कर सकते हैं।

  • विषहरण से आईवीएफ की सफलता दर में सुधार किया जा सकता है। इसलिए, कम से कम 3 महीने तक, आपको स्वस्थ आहार का पालन करना चाहिए।
  • शराब, कॉफी और धूम्रपान का सेवन कम करना चाहिए क्योंकि ये आपके आईवीएफ की सफलता दर में बाधा डाल सकते हैं।
  • वजन बढ़ने का आईवीएफ की सफलता दर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए यदि आप इसे पहले चक्र में ही सफल बनाना चाहते हैं, तो स्वस्थ वजन और बीएमआई बनाए रखने का प्रयास करें।
  • अपने आहार को पूरा करने के लिए आपके डॉक्टर द्वारा प्रदान किये गए विटामिन का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए। विटामिन ए, बी, और सी भ्रूण प्रत्यारोपण को बढ़ावा देते है। विटामिन के साथ साथ आपको नियमित फोलिक एसिड का भी करते रहना चाहिए है।
  • अगर शुक्राणु की गुणवत्ता आपके बांझपन का कारक है तो शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार करने से आपको सफलता मिलत सकती है। अतः जो पुरुष अपने शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार करना चाहते हैं उन्हें अपने आहार का ध्यान रखना चाहिए और नियमित तौर पर महत्वपूर्ण मल्टीविटामिन का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा, डॉक्टरों का सुझाव है कि बॉक्सर का उपयोग करने से शुक्राणु की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।

नोट- अपने आईवीएफ उपचार की सफलता दर को बढ़ाने के लिए, किसी सर्वश्रेष्ठ आईवीएफ केंद्र से परामर्श करना महत्वपूर्ण है ताकि आपको उचित और विशेषज्ञ परामर्श मिल सके। दिल्ली में प्राइम आईवीएफ सेंटर आईवीएफ उपचार के लिए सबसे विश्वसनीय केंद्रों में से एक है, अपना अपॉइंटमेंट निर्धारित करने के लिए अभी 0123456789 पर कॉल करें।

निष्कर्ष (Conclusion)

भारत में आईवीएफ की सफलता दर विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है जैसे कि आईवीएफ उपचार ले रही महिलाओं की उम्र, आईवीएफ के लिए रोगियों द्वारा चुना गया केंद्र, महिलाओं की जीवनशैली और खान-पान की आदतें और कई अन्य। अब जब आप जानते है की आप अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव करके आईवीएफ उपचार की सफलता दर को बढ़ा सकते है तो कृपया आईवीएफ उपचार से पहले इन आदतों को अपनाये और आईवीएफ उपचार को पहली बार में ही सफल बनाये।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (Frequently Asked Question)

#1. मैं आईवीएफ के सफल होने की संभावना को कैसे बढ़ा सकता हूं? (How can I increase my chances of IVF success?)

आईवीएफ उपचार के सफलता दर पर महिला के वजन और जीवनशैली का काफी प्रभाव होता है अतः उपचार से पहले महिला को स्वस्थ वजन बनाए रखने और शराब, धूम्रपान और कैफीन से परहेज करने की सलाह दी जाती है। इस  से आईवीएफ के साथ बच्चा पैदा करने की संभावना में सुधार हो सकता है। अधिक जानकारी के लिए आप प्राइम आईवीएफ के विशेषज्ञों से संपर्क कर सकते हैं। 

#2. कुछ खाद्य पदार्थ जो आईवीएफ की सफलता दर बढ़ाने में आपकी मदद कर सकते हैं? (Some Foods That Can Help You Increase Your IVF Success Rate?)

अच्छी गुणवत्ता वाले जैतून का तेल (olive oil), एवोकैडो (avocados), बीज और नट्स जैसे स्वस्थ वसा का उपयोग करें। आप साबुत अनाज पास्ता, क्विनोआ और फ़ारो (quinoa and farro) जैसे साबुत अनाज का विकल्प चुनें। बीन्स, छोले, दाल और फलियां से अपने फाइबर और प्रोटीन को बढ़ाएं। साथ ही आईवीएफ की सफलता दर में सुधार के लिए आपको लाल मांस, अतिरिक्त चीनी और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ का कम करने की जरुरत है।

#3. क्या आईवीएफ उपचार की सफलता के लिए दूध अच्छा होता है? (Is milk good for the success of IVF treatment?)

पूर्ण वसा वाले दूध के सेवन से बचना चाहिए क्युकी इस में मुख्य खतरा इसमें वसा उत्पन्न करने के लिए उपयोग किए जाने वाले रसायन और कीटनाशक हैं। हालाँकि, इसका मतलब यह नहीं है कि आपको आईवीएफ प्रक्रिया के दौरान दूध नहीं पीना चाहिए। आप अपनी दैनिक कैल्शियम आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कम वसा वाले दूध और डेयरी उत्पादों का सेवन कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए  आज ही प्राइम आईवीएफ के विशेषज्ञ से संपर्क करें। 

#4. क्या आईवीएफ उपचार के दौरान अंडा खाना अच्छा होता हैं? (Are eggs good to eat during IVF treatment?)

गर्भवती होने की प्रक्रिया में अत्यधिक प्रोटीन के सेवन करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह शरीर के विकास में मदद करता है और शरीर को तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है। अतः रोजाना अपनी डाइट में उचित मात्रा में प्रोटीन शामिल करना जरूरी है। अंडे, मांस और डेयरी उत्पाद प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं तो आप अपने आहार में इसे शामिल कर सकते है।

#5. क्या मैं आईवीएफ के दौरान केला खा सकती हूं? (Can I eat bananas during IVF?)

आईवीएफ प्रक्रिया के बाद अपने आहार में पालक और कद्दू के बीज जैसे आयरन युक्त भोजन को शामिल करने से आईवीएफ उपचार के सफल होने की संभावना बढ़ाने में मदद मिल सकती है। केला विटामिन बी6 से भरपूर होता है अतः आपको अपने नाश्ते में केले को शामिल जरूर करना चाहिए। इस से जुड़े जानकारी के लिए प्राइम आईवीएफ के विशेषज्ञ से सम्पर्क करें। 

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